VIKAS DUBEY MURDER “FAKE OR NOT” (encounter is the solution or not?)
अपने गिरोह के अन्य आमेर। प्रभात मिश्रा, अभय दुबे और अन्य। सोशल मीडिया ने आरोप लगाया है कि यह पुलिस द्वारा एक फर्जी मुठभेड़ और अतिरिक्त न्यायिक न्याय के स्पष्ट कटौती का मामला है। मैं इस कलात्मक उसके इतिहास और हमारे पास मौजूद साक्ष्यों की व्याख्या करता हूं। और न्यायपालिका के हमारे तीसरे स्तंभ की भूमिका के बारे में भी बताया, मार्ग हमारे सामने आने वाली समस्याओं का कारण है और मुठभेड़ क्यों इसका समाधान नहीं है।
CRIMES OF VIKASH DUBEY
विकाश दुबे मोस्ट वांटेड क्रिमिनल थे कानपूर के इनके ऊपर 60 से ज्यादा
केसेस थे मर्डर, रेपिंग,GIDNAPING के और इनके किस्से सालो से सुनने में आ रहे है /
CRIME LIST :
1.2OO1 में BJP लीडर संतोष शुक्ला का मर्डर हुआ था जो के उस टाइम
मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट थे उत्तर प्रदेश के , BJP RULING govt थी उत्तर प्रदेश में , और
विकाश दुबे प्राइम ACCUSE थे इस मर्डर कांड के /
सुनने में आया है की मर्डर पुलिस स्टेशन में हुआ था 15 पुलिस ऑफिसर IVITNES थे इस मर्डर के लेकिन
फिर भी विकाश दुबे बच कर निकल गए इसलिए ALLAGE किया जाता है की विकाश दुबे के
CONNECTION हर पोलिटिकल पार्टी में थे उत्तर प्रदेश में बीजेपी,बसपा,सपा, यही
REASON था की ये बच कर निकल पाए इतना बड़ा मर्डर करने के बावजूद /
2. July 3RD, 2020 को 8 पुलिस ऑफिसर्स
की हत्या हो गयी उत्तर प्रदेश में और इसके लिए भी प्राइम ACCUSE विकाश दुबे ही पाए
गए /
3rd जुलाई के बाद ही विकाश दुबे के gang के मेम्बर मारे गए पुलिस
एनकाउंटर में ,
9th जुलाई को प्रभात मिश्रा मरे गए पुलिस एनकाउंटर में ,
रणबीर शुक्ला को भी पुलिस एनकाउंटर में मारा गया , पुलिस के अनुसार ये
मोटर बाइक चुरा कर भाग रहे थे .
8th जुलाई को अमर दुबे का भी मर्डर हो गया , इससे पहले प्रकाश पाण्डेय
और अतुल दुबे का भी एनकाउंटर हो गया था पुलिस के द्वारा .
10th जुलाई को विकाश दुबे को भी पुलिस एनकाउंटर में मारा गया , ये
पुलिस की custdy में थे पुलिस के अनुसार ये पुलिस gun छिनकर भाग रहे थे /
“ इस टाइम पर जॉली LLB का
एक डायलॉग याद आता है, “
“आपकी कहानी में बहूत इत्तेफाक है “
WHAT IT IS FAKE ENCOUNTER
ये कोई रिपोर्ट नहीं है की ये फेक एनकाउंटर है या रियल , पर कुछ
तथ्यों के आधार पर सक पैदा होता है की ये फेक एनकाउंटर है .
E..G
1. DR.NC ASTHANA की रिपोर्ट के अनुशार जिस गाडी में से विकाश दुबे
भागे थे ओ गाडी रोड पर बिलकुल सीधे तरीके से पलटी हुई है जबकि वह पर कोई रीज़न नही
था गाडी पलटने का ना कोई ब्रेकर ना कोई ख़राब रोड /
2.टोल प्लाजा के विडियो के अनुसार विकाश दुबे मर्डर वाले दिन 4 गाड़िया
वहा से गुजरी थी पर जो गाड़ी पलटी हुई है वो वहा से नही गुजरी थी.
WHY ENCOUNTER IS NOT THE SOLUTION OF THIS
PROBLEM ?
रिपोर्ट के अनुसार
विकाश दुबे एनकाउंटर सही है क्योकि लोगो का इंडियन कानून पर से विस्वास उठ चूका है
, अगर ये मामला कोर्ट में जाता तो सालो लग जाते फैसला मिलना में जैसे निर्भया कांड में हुआ था .
पर फेक एनकाउंटर कुछ
दुस्प्रभाव है एक रिपोर्ट के अनुसार कई बार ऐसा हुआ है की बेगुनाहों का भी फेक
एनकाउंटर कर दिया जाता है ,
एक तथ्य के अनुसार
एक बार कुछ POLITICIANS के कहने पर पुलिस ने एक राह चलते आदमी को पकड़ कर एनकाउंटर
कर दिया /
अगर फेक एनकाउंटर
बंद नहीं हुए तो कल हमारा भी फेक एनकाउंटर हो सकता है , किसी का भी फेक एनकाउंटर
हो सकता है पैसो के लिए या POLITICIANS को बचाने के लिए /
WHAT IS THE REAL SOLUTIONS
1.SHORTAGE OF
POLICE OFFICERS
2017 के लेटेस्ट डाटा के
अनुसार हमारे देश में पुलिस ऑफिसर्स की 30 प्रतिसत से ज्यादा VACANCY खाली पड़ी है
, जिसके ऊपर govt कोई ध्यान नही दे रही है /
govt को इन VANCANCY
को FILL UP करना होगा /
एक रिपोर्ट के
अनुसार किसी देश में लॉ एंड आर्डर MAINTANE करने के लिए
222 पुलिस ऑफिसर =
1,00,000 PEOPLE होने चाहिए लेकिन इंडिया
में केवल
144 पुलिस ऑफिसर्स =
100000 PEOPLES है/
2.POLICE
OFFICERS ARE HIGHLY OVER WORKED
इंडिया में पुलिस
वालो को दिन में 12-16 घंटे के ड्यूटी करनी पड़ती है , और कई जगह पर तो सन्डे
हॉलिडे भी नही मिलता
govt को पुलिस वालो
को एक एवरेज ड्यूटी करनी की छुट देनी होगी /
3.SHORTAGE OF
JUDICIARY JUDGES
इंडिया में
JUDICIARY JUDGES की बहूत कमी है govt को इन VACANCIES को फिल करना होगा जिससे
कोर्ट में पड़े पेंडिंग केसेस SOLVE हो
JUDICIARY JUDGES की
कमी होने से कोर्ट में आलरेडी कई केसेस पेंडिंग पड़े है /
4.REMOVE
CURREPTED POLICE OFFICERS
इंडिया में
CURREPTION एक बहूत बड़ी समस्या है फेक एनकाउंटर्स को रोकने के लिए CURREPTED पुलिस
ऑफिसर्स को निकलना होगा/
5 HIGHLY
PRESSURE OF POLITICIANS ON PLOLICE
इंडिया में पुलिस
POLITICIANS के हाथो की कठपुतली बन कर रह गयी है पुलिस वालो का इनका विरोध करने पर
ट्रान्सफर कर दिया जाता है
govt को इन मामलो को
समझना होगा और इसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी होगी /
By
Abhishek Sharma
0 Comments
Hey guys if you have any questions
Then ask in comment section